PM Kusum Yojana Solar Pump: किसानों के लिए सरकार फ्री में सोलर पंप लगवायेगी, सोलर लागत का 90% तक देगी सरकार

PM Kusum Yojana Solar Pump: भारत एक कृषि प्रधान देश है, इसलिए भारत सरकार किसानों को कई योजनाओं का लाभ देती है। आज के लेख में हम एक ऐसी योजना के बारे में बात करेंगे जिसके तहत किसानों को बिजली बचाने का लाभ प्रदान किया जा रहा है।

PM Kusum Yojana Solar Pump

इस योजना का नाम कुसुम योजना है। आइए लेख के माध्यम से कुसुम योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं। पीएम कुसुम योजना का पूरा नाम प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान योजना है। इस योजना (PM Kusum Yojana Solar Pump) की शुरुआत भारत सरकार ने 2018 में की थी। जिसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना है।

कुसुम योजना के घटक क्या हैं

कुसुम योजना (PM Kusum Yojana Solar Pump) के तीन घटक हैं। घटक ए घटक बी और घटक सी। अगर घटक ए की बात करें तो बंजर जमीन पर 10000 मेगावाट के सौर ऊर्जा प्लांट लगाए जाएंगे। घटक बी के तहत 2001 सौर ऊर्जा कृषि पंपों का इस्तेमाल सिंचाई के लिए किया जाएगा। और वही घटक सी को कृषि पंपों में 15 लाख ग्रिड से जोड़ा जाएगा। जिससे पेट्रोल का इस्तेमाल कम होगा और ईंधन की बचत हो सकेगी।

PM Kusum Yojana Solar Pump के बारे में जानकारी

योजना का नामKusum Yojana
इनके द्वारा लॉन्च की गयीवित्तमंत्री श्री अरुण जेटली जी के द्वारा
कैटेगरीकेंद्र सरकार योजना
उद्देश्यरियायती मूल्य पर सौर सिंचाई पंप उपलब्ध कराना
ऑफिसियल वेबसाइटhttp://rreclmis.energy.rajasthan.gov.in/kusum.aspx

पीएम कुसुम योजना के लाभ

इस योजना के कई लाभ हैं जैसे योजना (PM Kusum Yojana Solar Pump) के तहत किसानों को डीजल का खर्च नहीं उठाना पड़ेगा। पर्यावरण को प्रदूषण से मुक्त करना आसान होगा। गैर-नवीकरणीय ऊर्जा को खत्म होने से बचाया जा सकेगा। किसानों के अनाज और आय में बढ़ोतरी होगी। इतना ही नहीं, इसकी मदद से जल संरक्षण में भी मदद मिलेगी।

PM Kusum Yojana Solar Pump की विस्तृत जानकारी

कुसुम योजना के चार घटक हैं जो इस प्रकार हैं।

  1. सोलर पंप वितरण: कुसुम योजना के प्रथम चरण में विद्युत विभाग, केन्द्र सरकार के विभागों के सहयोग से, सौर ऊर्जा से चलने वाले पंपों का सफलतापूर्वक वितरण करेगा।
  2. सौर ऊर्जा कारखाने का निर्माण: सौर ऊर्जा कारखाने बनाए जाएंगे जो पर्याप्त मात्रा में बिजली उत्पादन करने की क्षमता रखते हैं।
  3. ट्यूबवेल की स्थापना: सरकार द्वारा ट्यूबवेल लगाए जाएंगे जो एक निश्चित मात्रा में बिजली का उत्पादन करेंगे।
  4. मौजूदा पंपों का आधुनिकीकरण: मौजूदा पंपों का भी आधुनिकीकरण किया जाएगा तथा पुराने पंपों को नए सोलर पंपों से बदला जाएगा।

कुसुम योजना (PM Kusum Yojana Solar Pump) के प्रथम प्रारूप के तहत, ये प्लांट बंजर क्षेत्रों में लगाए जाएंगे जो 28000 मेगावाट बिजली उत्पादन करने में सक्षम हैं। पहले चरण में सरकार द्वारा किसानों को 17.5 लाख सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके अलावा बैंक किसानों को कुल व्यय का 30% अतिरिक्त ऋण के रूप में प्रदान करेगा। किसानों को केवल अग्रिम लागत ही खर्च करनी होगी।

पीएम कुसुम योजना का उद्देश्य

जैसा कि आप सभी जानते हैं कि भारत में कई ऐसे राज्य हैं जहां सूखा पड़ता है। और वहां खेती करने वाले किसानों को सूखे के कारण नुकसान उठाना पड़ता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने पीएम कुसुम योजना (PM Kusum Yojana Solar Pump) की शुरुआत की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के किसानों को मुफ्त बिजली उपलब्ध कराना है।

इस योजना के तहत किसानों को सिंचाई के लिए सोलर पैनल दिए जाते हैं ताकि वे अपने खेतों की अच्छे से सिंचाई कर सकें। इस कुसुम योजना के जरिए किसान को दोहरा लाभ मिलेगा और उसकी आय में भी बढ़ोतरी होगी। दूसरा अगर किसान ज्यादा बिजली बनाकर ग्रिड में भेजेंगे। तो उन्हें इसकी कीमत भी मिलेगी।

प्रधानमंत्री कुसुम योजना के लिए पात्रता

आवेदक भारत का स्थायी निवासी होना चाहिए। कुसुम योजना के तहत आवेदक 0.5 मेगावाट से 2 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए आवेदन कर सकता है। आवेदक अपनी भूमि के अनुपात में 2 मेगावाट क्षमता या वितरण निगम द्वारा अधिसूचित क्षमता (जो भी कम हो) के लिए आवेदन कर सकता है। प्रति मेगावाट लगभग 2 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी। इस योजना के तहत स्व-निवेश वाली परियोजना के लिए किसी वित्तीय योग्यता की आवश्यकता नहीं है। यदि आवेदक द्वारा डेवलपर के माध्यम से परियोजना का विकास किया जा रहा है, तो डेवलपर की नेटवर्थ 1 करोड़ रुपये प्रति मेगावाट होनी चाहिए।

महत्वपूर्ण दस्तावेज

  • आधार कार्ड
  • राशन कार्ड
  • रजिस्ट्रेशन की कॉपी
  • ऑथराइजेशन लेटर
  • जमीन की जमाबंदी की कॉपी
  • मोबाइल नंबर
  • बैंक खाता विवरण
  • पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ

योजना का लाभ कैसे उठाएं?

पीएम कुसुम योजना (PM Kusum Yojana Solar Pump) का लाभ लेने के लिए आवेदक को सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा, उसके बाद आवेदन पत्र भरना होगा और जरूरी दस्तावेज अपलोड करने होंगे। आवेदक ध्यान रखें कि सब-स्टेशन से 5 किलोमीटर के दायरे में खेती करने वाले ही इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।

पीएम कुसुम योजना का कौन लाभ ले सकते हैं?

इस योजना का लाभ देश के सभी किसान ले सकते हैं।

इस स्कीम का आधिकारिक नाम क्या है?

इस स्कीम का आधिकरिक नाम पीएम कुसुम योजना है।

इस योजना में सरकार की तरफ से लाभार्थियों को क्या मदद मिलेगी?

पंप की कुल लागत का 60 प्रतिशत तक अनुदान सरकार करेगी और 30 प्रतिशत लोन दिलाएगी।

किसान द्वारा आवेदन शुल्क जमा करने पर विभाग द्वारा ऊर्जा यंत्र कब स्थापित किये जाएंगे?

किसान द्वारा शुल्क जमा करने के 120 दिन बाद आवेदक के खेतों में ऊर्जा यंत्र लगाए जाएंगे।

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